कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है। ऐसे में कांग्रेस ने बीजेपी को मात देने के लिए रणनीति बना ली है। चुनाव होने में अब एक महीने से कम का समय रह गया है, ऐसे में अब पार्टियों के पास प्रचार करने का बहुत ही कम समय रह गया। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट क्या खास है?
राहुल गांधी कर्नाटक पर पूरी नजर बनाए हुए है। जी हां, राहुल गांधी हरहाल में कर्नाटक की सत्ता को हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं। यही वजह है कि एक के बाद एक ताबड़तोड़ रैली करते हुए भी नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं राहुल ने नेता से लेकर कार्यकर्ताओ तक सबको जमीनी स्तर पर काम करने की हिदायत दी है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के लिए मास्टर प्लान बनाया है, जिसके तहत इस बार उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे। अब पार्टी तीन स्तरों पर प्रचार करेगी, जिसके तहत सूबे के हर एक कोने को कवर किया जाएगा। बता दें कि कर्नाटक जीतना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है, तो वहीं बीजेपी के लिए भी यहां आसान नहीं है कांग्रेस के किले को भेदना।
कर्नाटक के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, युवाओं को साधने की तैयारी
इस चुनाव में कांग्रेस ने पूरा फोकस युवाओं पर दिया है। यही वजह है कि कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की उम्र 25 साल से लेकर 45 साल तक ही है। कांग्रेस का मानना है कि युवाओं को अगर उन्होंने साध लिया तो बीजेपी जीत का रस नहीं चख पाएगी, बल्कि कांग्रेस जीत का रस चीख लेगी। राहुल गांधी अक्सर यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अब बीजेपी की उल्टी गिनतियां शुरू हो चुकी हैं, क्योंकि लोकसभा में अब सिर्फ कुछ महीने रह गये हैं, तो वहीं उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस बाकि विधानसभा चुनावों में बीजेपी पटखनी देगी।
हर जिले के लिए अलग घोषणा पत्र
जी हां, यह पहला मौका है जब कांग्रेस हर जिले के लिए अलग अलग घोषणा पत्र जारी करेगी, इसके पीछे कांग्रेस की खास रणनीति बताई जा रही हैं। कांग्रेस जिले के हिसाब से इसलिए घोषणा पत्र निकालेगी, ताकि हर जिले के अनुसार को लोगों को उनकी जरूरतों के हिसाब से सुविधाएं दे सके। कांग्रेस की यह पहल कांग्रेस के लिए अच्छा साबित हो सकता है।